top of page

13 मई को दुर्लभ संयोग! बुढ़वा मंगल के साथ जेठ महीने की शुरुआत, वरियान योग और विशाखा नक्षत्र में करें ये उपाय :

✍️ लेखिका: पुष्कर की लाल किताब विशेषज्ञा, ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु

सनातन संस्कृति में मंगलवार का दिन बजरंगबली यानी हनुमान जी को समर्पित है। परंतु ज्येष्ठ महीने के मंगलवार, जिन्हें बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल कहा जाता है, इनका विशेष धार्मिक महत्व होता है।

2025 का पहला बड़ा मंगल 13 मई को पड़ रहा है, जो विशेष संयोगों से युक्त है। इस दिन वरियान योग और विशाखा नक्षत्र का संयोग बन रहा है, जो इसे ग्रह दोष निवारण और मनोकामना पूर्ति के लिए अत्यंत शुभ बनाता है।


बुढ़वा मंगल 2025 की तिथियां:

दिनांक दिन बुढ़वा मंगल क्रम


13 मई 2025 मंगलवार प्रथम

20 मई 2025 मंगलवार द्वितीय

27 मई 2025 मंगलवार तृतीय

2 जून 2025 मंगलवार चतुर्थ

10 जून 2025 मंगलवार पंचम


क्या कहती हैं पुष्कर की लाल किताब ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु?

13 मई 2025 को जेठ महीने की शुरुआत, वरियान योग, विशाखा नक्षत्र और मंगलवार — ये संयोग अति दुर्लभ हैं। यह दिन ग्रह दोषों से मुक्ति, शनि-मंगल की अशुभ दृष्टि से राहत और जीवन में स्थायी उन्नति के लिए अत्यंत शुभ है।

बड़ा मंगल क्या है?

बड़ा मंगल, या बुढ़वा मंगल, ज्येष्ठ महीने के मंगलवारों को कहते हैं।

लखनऊ और उत्तर भारत में यह पर्व अत्यधिक श्रद्धा से मनाया जाता है।

मान्यता है कि हनुमान जी इस दिन विशेष रूप से पृथ्वी पर सक्रिय रहते हैं और अपने भक्तों के संकट हरते हैं।

13 मई 2025: विशेष ज्योतिषीय संयोग :

  • वार: मंगलवार (बुध ग्रह और मंगल का सम्मिलन ऊर्जा प्रदान करता है)

  • नक्षत्र: विशाखा – सफलता, विजय और प्रसिद्धि का सूचक

  • योग: वरियान – हर कार्य में श्रेष्ठता और उन्नति का योग

  • चंद्र राशि: तुला – न्याय, संतुलन और कर्म के फल से जुड़ी राशि

यह दिन उन लोगों के लिए सर्वोत्तम उपाय का समय है जिनकी कुंडली में मंगल दोष, शनि की साढ़ेसाती, या राहु-केतु की अशुभ दृष्टि है।


ग्रह दोष से मुक्ति के लिए करें ये विशेष उपाय:

1. हनुमान जी को सिंदूर व चमेली का तेल चढ़ाएं:

बजरंगबली को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं।

मंत्र: ॐ हनुमते नमः

लाभ: शनि-मंगल दोष, कोर्ट केस, कर्ज़, दुर्घटना योग समाप्त होंगे।

2. हनुमान जी को मिश्री अर्पित करें:

पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए।

विधान: हनुमान जी को मिश्री चढ़ाएं और बच्चे को प्रसाद के रूप में दें।

लाभ: बुद्धि, एकाग्रता और स्मृति में वृद्धि।

3. मसूर दाल और लाल फल का दान करें:

मंगल दोष से पीड़ित जातक मसूर की दाल, लाल कपड़ा और लाल फल दान करें।

लाभ: वैवाहिक जीवन, भूमि विवाद और अग्निकांड से बचाव।

4. संकट मोचन स्तोत्र का पाठ करें:

मंगलवार को शाम के समय हनुमान मंदिर में 7 बार संकट मोचन स्तोत्र का पाठ करें।

लाभ: हर प्रकार की बाधा और डर से मुक्ति।

5. गरीबों को भोजन और जलपात्र दान करें:

हनुमान जी को भूखे को भोजन और प्यासे को जल देना अत्यंत प्रिय है।

लाभ: पूर्व जन्मों के पापों से मुक्ति।

हनुमान जी के प्रमुख मंत्र (संकट और दोष निवारण के लिए)

ॐ हनु हनुमते नमः

ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमाय प्रपन्नपराक्रमाय महाबलाय सूर्यकोटिसंप्रभाय रामदूताय स्वाहा।

रामदूताय नमः

ॐ अंजनीसुताय नमः

इन मंत्रों का 108 बार जाप करें। चाहें तो रुद्राक्ष की माला से करें।


बड़ा मंगल व्रत और पूजा विधि :

1. सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें।

2. साफ लाल वस्त्र पहनें।

3. घर के मंदिर या हनुमान मंदिर में दीपक जलाएं।

4. सिंदूर, चमेली का तेल, पान, गुड़, केले और नारियल चढ़ाएं।

5. हनुमान चालीसा, बजरंग बाण या सुंदरकांड का पाठ करें।

6. भोग में बेसन के लड्डू, चने, गुड़ का भोग लगाएं।


बड़ा मंगल का सामाजिक महत्व :

  • लखनऊ में विशेष आयोजन होते हैं – भंडारे, शोभा यात्राएं, दान उत्सव।

  • इस दिन सेवा और दान को विशेष पुण्यदायक माना गया है।

  • हर मंगलवार को दान करने से अगले जन्म तक संकट नहीं आता।


13 मई 2025 का बुढ़वा मंगल न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि ज्योतिषीय

रूप से भी यह दिन ग्रह दोष निवारण, शक्ति जागरण और जीवन की बाधाओं को समाप्त करने

का श्रेष्ठ अवसर है।

ज्योतिषीय उपायों और मंत्रों के साथ यदि आप श्रद्धा से पूजा करते हैं, तो हनुमान जी आपकी

हर समस्या का समाधान देंगे।

✍️ लेखिका: ज्योतिर्विद भाविका राजगुरु

पुष्कर की लाल किताब विशेषज्ञा | भारत की प्राचीन परंपराओं और नवग्रह विद्या की विदुषी

 
 
 

Recent Posts

See All

Comentários


bottom of page